शिक्षक दिवस पर भाषण | Teachers day speech in hindi
शिक्षक दिवस पर गुरु के लिए कविता | poem on teachers day in hindi
गुरुर्विष्णुः ( Gurur Vishnu )
गुरूर्देवो महेश्वरः ( Gurur Devo Maheshvarah )
गुरुः साक्षात् परब्रह्म ( Gurur saakshaat Parabrahma )
तस्मै श्री ( Tasmai Shri )
गुरुवे नमः ( Guruve Namah )
तस्मै श्री ( Tasmai Shri )
गुरुवे नमः ( Guruve Namah )
Teachers day speech|poem|कविता
-: मैं एक शिक्षक हूँ साथियों :-
मेरी इच्छा से मैंने पेशा चुना,
पेशा है मेरा लाजवाब।
मैं एक शिक्षक हूँ साथियों,
मेरे लिए गौरव की बात।
बालकों का भविष्य सँवरे,
यही रख ता हूँ मैं ख्वाब।
अर्थ:- मैं एक शिक्षक हूँ , मैंने अपनी इच्छा से अपना यह पेशा चुना है जो सभी पेशों से अलग है क्योंकि इस पेशे में मैं बच्चों को शिक्षा प्रदान करता हूँ जिससे उनका भविष्य सवरता/बनता है। शिक्षक होना मेरे लिए बड़े ही सम्मान की बात है। मेरी हमेशा यही इच्छा रहती है कि मेरी दी हुई शिक्षा से बच्चों का भविष्य बने और उन्हें जीवन में बहुत कामयाबी मिले।
गांजा भांग बीड़ी सिगरेट,
गुटका तम्बाकू न शराब।
बालकों से प्रेम करना ही,
मेरा सही नशा है जनाब।
बालक व्यसनों से दूर रहें,
यही रहता है मेरा प्रयास।
अर्थ:- मैं एक शिक्षक हूँ मैं गांजा, भांग, बीड़ी, सिगरेट, गुटका, तम्बाकू और न ही शराब किसी तरह का कोई नशा नहीं करता। केवल अपने छात्रों से प्रेम ही मेरा एकमात्र नशा है। बच्चे बुराइयों और बुरे कार्यों से दूर रहें यही हमेशा से मेरा प्रयास रहता है।
बालक अनुकरण करता है,
इसको रखता हूँ मैं याद।
आदर्श बनकर रहता हूँ मैं,
जब बन पाती है बात।
पहले खुद की कमियाँ दूर,
बालकों की उसके बाद।
अर्थ:- बच्चे अपनी परीक्षा के दौरान किसी तरह की नकल ना करे इस बात का मैं हमेशा ध्यान रखता हूँ क्योंकि यदि विध्यार्थी नकल करके पास होता है तो वह परीक्षा में पास तो हो जाएगा परन्तु वह अपने जीवन में कुछ भी हासिल नहीं कर पाएगा और ना ही आगे बढ़ पायेगा। जब भी छात्रों को किसी तरह की कोई समस्या आती है तो मैं हमेशा आदर्श बनकर उनके साथ खड़ा रहता हूँ। मैं हमेशा पहले खुद की कमियों को दूर करता हूँ इसके पश्चात् अपने छात्रों की।
छात्र हित मेरे लिए सर्वोपरि,
इसी की मिलती है पगार।
शाला के बालक आराध्य हैं,
इनका हित मेरी आराधना।
बालकों का विकास हो सदा,
यही रखता हूँ मैं कामना।
अर्थ:- छात्रों का भविष्य ही मेरे लिए सबसे ऊपर है छात्रों का भविष्य सवारने के लिए ही मुझे तनख्वाह मिलती है स्कूल, महाविध्यालय के छात्र मेरे लिए पूजनीय है और इनका भविष्य अच्छा बने यही मेरी पूजा। मेरी हमेशा यही इच्छा रहती है कि बच्चों को हमेशा जीवन में कामयाबी मिले।
पूरी निष्ठा से कर्म करता हूँ,
इनकी भलाई मेरी साधना।
बालकों से चलती है रोजी रोटी,
इनके प्रति रखता हूँ सद्भावना।
बालक ही मेरी भक्ति साथियों,
बालक ही मेरी उपासना।।
अर्थ:- मैं पूरी ईमानदारी से अपना कार्य करता हूँ और इनकी भलाई ही मेरे जीवन का लक्ष्य। मेरा घर परिवार, बच्चों से ही चलता है अतः मैं इनके प्रति खास ध्यान रखता हूँ। बच्चे ही मेरी निष्ठा/प्रेम है और बच्चे ही मेरी प्रार्थना।।
रूपरेखा :-
- शिक्षक दिवस कब और क्यों मनाया जाता है ?
- शिक्षक दिवस किसकी याद में मनाया जाता है
- शिक्षक दिवस का महत्व
- शिक्षक दिवस कैसे मनाया जाता है
- शिक्षक दिवस पर सन्देश
प्रतिवर्ष 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस मनाया जाता है इस दिन हम उन लोगों का सम्मान करते हैं जिनसे हमें शिक्षा मिली है। फिर वह विध्यालय या महाविध्यालय का शिक्षक, जिम ट्रेनर, डांस कोरियोग्राफर कोई भी क्षेत्र का हो सकता है जो हमें शिक्षा प्रदान करता है। 5 सितंबर के दिन India के पहले wise president ( पूर्व राष्ट्रपति ) और दुसरे president ( राष्ट्रपति ) Dr. Sarvepalli Radhakrishnan ( डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ) का जन्म हुआ था।
उनका जन्म 5 September 1888 को हुआ था। अतः उनके जन्मदिन के रूप में भारत में Teachers day ( शिक्षक दिवस ) मनाया जाता है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक शिक्षक थे और उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में हमारे देश को आगे ले जाने में अपनी अहम भूमिका निभाई थी। वे शुरू से ही पढाई में काफी रूचि रखते थे, उन्होंने University ( विश्वविध्यालय ) में philosophy ( दार्शनिक ) भी पढ़ाई। बाद में उनका Political career start हुआ।
इनके जन्मदिन पर Teachers day इसलिए मनाया जाता है क्योंकि जब वह 1962 के दशक में भारत के राष्ट्रपति थे तो उनके कुछ दोस्तों और छात्रों ने उनसे उनका जन्मदिन मनाने की Permission ( अनुमति ) मांगी। तो उन्होंने कहा कि मेरे जन्मदिन के दिन Celebration ( जश्न ) सिर्फ मेरे लिए नहीं अपितु सभी शिक्षकों के लिए होगा तो उन्हें बहुत खुशी होगी। तब उस दिन 5 सितंबर 1962 को देश में पहली बार Teachers day मनाया गया।
तभी से 5 सितंबर को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के और सभी शिक्षकों के सम्मान में शिक्षक दिवस मनाया जाने लगा। India में 60 सालों से शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है और इस वर्ष 2023 को 61 वा शिक्षक दिवस है। शिक्षक हमें जीवन के तौर तरीके सिखाते हैं और हमें सफलता प्राप्त करने के लिए सही राह चुनने के बारे में सिखाते हैं गुरु का दिया हुआ ज्ञान कभी नष्ट नहीं होता और हमेशा हमारे जीवन में गुरु का ज्ञान ही काम आता है इसलिए प्रत्येक छात्र को अपने शिक्षक के लिए Teachers day जरूर मनाना चाहिए।
शिक्षक दिवस किसकी याद में मनाया जाता है
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु के तिरुतनी गाँव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता नाम Sarvepalli Veeraswami ( सर्वपल्ली वीरास्वामी ) और माता का नाम Sitamma ( सितम्मा ) था, उनके चार भाई और एक बहन भी थी।
उनके पूर्वज सर्वपल्ली नामक गाँव में रहते थे इसलिए उनके परिवार वाले अपने नाम के आगे सर्वपल्ली लगाते थे। वह बचपन से ही पढ़ाई में बहुत बुद्धिमान थे, उन्होंने वेल्लूर और मद्रास जैसे कॉलेजों में शिक्षा प्राप्त की। वे एक शिक्षक और महान Philosopher ( दार्शनिक ) थे, उन्होंने Philosophy ( दर्शनशास्त्र ) में M.A किया।
राजनीति में आने से पहले वे 40 वर्षों तक शिक्षक रहे और 40 वर्षों तक उन्होंने बच्चों को शिक्षा दी। वह Oxford University में भी Profeccer रह चुके हैं, उन्हें जीवन में कईं पुरष्कार से नवाजा गया, उन्हें 1954 में Bharat Ratn ( भारत रत्न ) जैसे बढ़े पुरष्कार से भी नवाजा गया। उनकी 16 वर्ष की उम्र में Sivakamu ( सिवकमू ) नाम की लड़की से शादी करा दी गयी।
बाद में उन्होंने Article भी लिखना शुरू किया और उन्होंने रविंद्रनाथ टैगोर पर एक किताब भी लिखी जिसका नाम था The Philosophy Of Rabindranath Tagore यह किताब पूर्ण रूप से Indian sprit ( भारतीय भावना ) को दर्शाती है। उनका मानना था कि हमें हमेशा कुछ नया सीखना चाहिए और पढ़ाई के लिए जहाँ से भी ज्ञान मिले ले लेना चाहिए।
सन 1947 में अपने ज्ञान और प्रतिभा के कारण उन्हें संविधान निर्माता सभा का सदस्य बनाया गया। वो शिक्षा के क्षेत्र में हमारे देश को आगे लेकर गये। उनकी Death ( मृत्यु ) 17 अप्रैल 1975 को चेन्नई में हुयी।
Dr. Sarvepalli Radhakrishnan Image |
शिक्षक दिवस का महत्व | Importance of Teachers day
India में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है तो वहीँ दूसरी ओर विश्व में शिक्षक दिवस ( World teachers day ) 5 अक्टुबर को मनाया जाता है। इस दिन का छात्र और शिक्षक दोनों को ही बेसबरी से इंतजार रहता है। इस दिन छात्रों द्वारा शिक्षकों को सम्मान दिया जाता है, इस दिन छात्र अपने शिक्षकों को Drawing card, Gift आदि देते हैं। हर Student को शिक्षक दिवस अवश्य मनाना चाहिए क्योंकि वह शिक्षक ही है जिसने उसे ज्ञान दिया है और उसे इस काबिल बनाया है कि जिससे वह अपने जीवन में कुछ कर सके तथा अपने माता-पिता और शिक्षकों का नाम रोशन कर सके।
किसी भी बच्चे के पहले गुरु उसके माता-पिता होते हैं दूसरे गुरु उसके शिक्षक ही होते हैं जो उसके जीवन में एक शिक्षा रूपी नीव रखते हैं। पहले राजा-महाराजा के ज़माने में तो बच्चों को शिक्षा पाने के लिए अपने घर से दूर गुरु के आश्रम में जाना पड़ता था वहीँ पर वह बच्चे रहते थे और अपने गुरु की सेवा करते थे क्योंकि सच्चा आनन्द तो गुरु की सेवा में ही मिलता है। कंस के कारण भगवान श्री कृष्ण अपने बचपन में गुरु से शिक्षा नहीं पा सके। इसलिए कंस का वध करने के पश्चात् शिक्षा ग्रहण करने के लिए भगवान श्री कृष्ण गुरु के आश्रम गए जहाँ पर उन्होंने अपने जीवन की शिक्षा प्राप्त की।
यदि वह चाहते तो उन्हें शिक्षा प्राप्त करने की क्या आवश्यकता थी वह तो भगवान थे उनके पास तो ज्ञान का भण्डार है परन्तु फिर भी वह शिक्षा प्राप्त करने के लिए गुरु के आश्रम गए क्योंकि वह जानते थे कि गुरु ही सबसे बड़े ईश्वर है जिनसे हमें ज्ञान मिलता है और गुरु से जितना ज्ञान मिले उतना ही कम है। शिक्षक के बिना कोई भी Student डॉक्टर, इंजीनियर, या अन्य सरकारी अधिकारी नहीं बन सकता है। इसलिए हमें शिक्षकों का आदर सम्मान करना चाहिए और सभी को एक साथ मिलकर शिक्षक दिवस बड़े ही हर्षो उल्लास के साथ मनाना चाहिए।
शिक्षक दिवस कैसे मनाया जाता है | How teachers day celebrate
विश्व में सभी जगह अलग-अलग रिति-रिवाज या अलग-अलग तरीकों से यह दिवस मनाया जाता है। India में Teachers day बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है इस दिन School, Collage के Students कईं तरह के Function आयोजित ( Organise ) करते हैं जैसे - Dance ( नृत्य ), Culture related program ( संस्कृति से जुड़े कार्यक्रम ), Nature related program ( प्रकृति से सम्बन्धित कार्यक्रम ), Education related program ( शिक्षा से जुड़े कार्यक्रम ) आदि।
इस दिन छात्र अपने अध्यापक के सम्मान में कुछ पंक्तियाँ/भाषण/कविताएँ सुनाते हैं। छात्र, अध्यापकों को Gifts ( उपहार ), Teachers day card, Photo frame आदि देते हैं। बच्चे अपने School या Collage को अच्छी तरह से decorate करते हैं तथा टीचर्स द्वारा Cake भी कटवाते हैं। इस दिन School, Collages में पढ़ाई नहीं होती है बल्कि Celebration होता है।
शिक्षक दिवस पर सन्देश | Teachers day message in hindi
- हमें अपने शिक्षकों के प्रति आदर और सम्मान का भाव रखना चाहिए।
- प्रत्येक छात्र को प्रतिवर्ष शिक्षक दिवस अवश्य मनाना चाहिए क्योंकि इस दिन हम शिक्षक के प्रति अपने भाव व्यक्त कर सकते हैं और उन्हें सम्मान दे सकते हैं।
- हमें जीवन में कुछ ना कुछ पढ़ते रहना चाहिए क्योंकि शिक्षा ही जीवन का आधार है।
- अच्छे शिक्षकों की वजह से Normal students भी असाधारण ( Unbelievable ) काम कर जाते हैं। अतः हमें हमेशा शिक्षकों के आदर का पात्र बनकर रहना चाहिए।
- सच्चे शिक्षक वे हैं जो हमें अपने लिए सोचने में सहायता करते हैं वो नहीं जो हमारी गलतियों पर भी हमें डाटे नहीं/सही सलाह ना दे।