इस Post कृष्ण भगवान पर एक मधुर कविता|Lord krishna poem in hindi के माध्यम से कवि हमें भगवान श्री कृष्ण की सुन्दरता के बारे में बताना चाहते हैं, भगवान श्री कृष्ण का किस तरह से श्रृँगार किया जाता है और किस तरह से भक्त उनकी कृपा पाना चाहते हैं, पढ़े और जाने।
जय श्री कृष्णा
रतन जड्यो सिंघासन थांकौ,
शोभा बढ़ावे यो सिंणगार।
मोर मुकुट थांका सिर पे सोहे,
गळा म फैहरो बैजंती माल।
नैंणा म झींणों झींणों कजरो,
मन मोहे ये घुंघराळ्या बाळ।
अर्थ : कवि इन पंक्तियों के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण की सुन्दरता के बारे में बताते हुए कहते हैं कि है श्री कृष्ण भगवान आपका ये बहुमूल्य रतनों से जड़ा हुआ सिंघासन बहुत ही प्रिय लग रहा है, और आपका यह श्रृँगार आपकी खूब शोभा बढ़ा रहा है।
आपके सर पर मोर पंख लगा हुआ मुकुट होता है, तथा आपको गले में वैजन्ती माला पहनाई जाती है जो कि आपकी सुन्दरता पर चार चाँद लगा देती हैं।
है श्री कृष्ण भगवान आपकी आँखों का ये गहरा-गहरा काजल, और आपके ये घुँघराले काले बाल किसी के भी मन को मोह लेते हैं।
कमर कणकती पांव पैंजन्यां,
घणां सोवणां होट लाल लाल।
छैल छबीली धोती अचकन,
मनभावन कुरतो बूंटी दार।
मुख मंडल प आभा चमके,
नाक कान म सोवे सिंणगार।
अर्थ : कवि कहते हैं कि है श्री कृष्ण भगवान आपके कमर की यह कनकती और आपके पैरों की छम-छम करती पायल, तथा आपके यह सुशोभित करते लाल-लाल होट इतने प्रिय लग रहे हैं कि कोई भी इन्हें देखे बगैर रह ही नहीं सकता।
आपकी यह लम्बी व सुन्दर सी धोती आपको एक बना ठना सुन्दर सा नौजवान युवक बना देती है, और आपका यह बूटी दार कुरता आपके हर भक्तों के मन को आकर्षित कर रहा है।
है श्री कृष्ण भगवान हमेशा आपके चहरे पर एक सुन्दर सी चमक दिखाई देती है, तथा आपके नाक व कानों की ये सजधज ( सजावट ) आपके रूप को ओर अधिक सुन्दर बना देती है।
|
कृष्ण भगवान पर कविता |
पीतांबरी दुपट्टो धारो मनमोहन,
मुरली मधुर थांकी सदाबहार।
छोगाळा श्याम घणां रूपाळा,
राधाजी थांका प्रेम आधार।
कहीं पे बिराजो आप ऐकला,
कहीं बिराजे युगल सरकार।
अर्थ : कवि कहते हैं कि है मनमोहन ( भगवान श्री कृष्ण ) आप यह पीला दुपट्टा धारण करो जो कि आपके अच्छे चरित्र को हमेशा अच्छा बनाए रखेगा, और आपकी यह मधुर आवाज करने वाली मुरली ( बाँसुरी ) हमेशा संसार को हरा भरा रखने में मदद करती है।
है नटखट श्याम ( भगवान श्री कृष्ण ) आप सभी को बहुत अधिक सुन्दर व प्रिय लगते हो, तथा राधा जी का जीवन आपके प्रेम पर ही आधारित है।
कहीं पर भक्तों द्वारा आपके अकेले ( स्वयं ) की प्रतिमा स्थापित की जाती है, तो कहीं आपकी प्रेमिका राधा जी के साथ वाली प्रतिमा।
|
lord krishna poem in hindi |
सांवळी सूरत मोहनी मूरत,
संग बिराजे रुकमण नार।
घणीं रूपाळी जोड़ी थांकी,
जोड़ी प जावां म्हें बलिहार।
दरसण सूं खुल जावे भाग,
करपा बरसे अनंत अपार ।।
अर्थ : है श्री कृष्ण भगवान आपकी यह सांवली सूरत ( हल्का काला मुख ) और मन को मोहने वाली मूर्ति हर किसी को प्यारी लगती है, जिसमें आपके साथ माँ रुकमणी विराजती हो।
है मेरे प्रभू कन्हैया आप दोनों की यह जोड़ी बहुत ही प्रिय या सुन्दर लगती है, तब कवि कहते हैं कि है कन्हैया मैं आपकी इस जोड़ी पर अपना समस्त जीवन कुर्बान कर दूँ। अर्थात अपना पूरा जीवन आपकी भक्ति व सेवा में ही बिता दूँ।
और जो भी व्यक्ति आपके दर्शन कर लेता है उसके तो मानों भाग ही खुल जाते हैं, और उस पर आपकी असीम कृपा बरसना शुरू हो जाती है।
👉 Ratan Jadyo Singhasan Thaankou,
Shobha Badhave Yo Singaar .
Mor Mukut Thaanka Sir Pe Sohe,
Gala Me Faiharo Baijanti Maal .
Naina Ma Jheeno Jheeno Kajro,
Man Mohe Ye Ghunghralya Baal .
Kamar Kanakti Paanv Paijanyan,
Ghana Sovna Hot Lal Lal .
Chhail Chhabili Dhoti Achkan,
Manbhawan Kurto Booti Daar .
Mukh Mandal Pe Aabha Chamke,
Naak Kaan Ma Sove Singaar .
Peetambari Dupatto Dhaaro Manmohan,
Murli Madhur Thanki Sadabahar .
Chhougala Shyam Ghana Rupala,
Radhaji Thaanka Prem Aadhar .
Kahi Pe Birajo Aap Ekla,
Kahi Biraje Yugal Sarkar .
Sanvli Soorat Mohani Moorat,
Sang Biraje Rukman Naar .
Ghani Rupali Jodi Thanki,
Jodi Pa Jawa Mhe Balihar .
Darsan Soo Khul Jaave Bhaag,
Karpa Barse Anant Apaar ...👈
☝ हमें आशा है कि आपको ऊपर दी गयी Post को पढ़कर के अच्छा लगा होगा। ☝