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Raksha bandhan पर मजेदार सी कविता

 Raksha bandhan पर मजेदार सी हिंदी कविता

परिचय

रक्षा बंधन एक प्यार भरा और खुशियों का त्योहार है जिसमें बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बाँधती है और इसके बदले में भाई उन्हें उपहार देते हैं। यह त्योहार खुशी, प्यार, और भाई-बहन के अटूट रिश्ते या बंधन का प्रतीक है। इसलिए इस खास मौके को ओर भी आनंदमयी बनाने के लिए हम आपके लिए लाये हैं एक मजेदार सी हिंदी कविता जो आपको हंसाएगी और रक्षा बंधन के इस उत्सव को और भी यादगार बनाएगी।

हिंदी कविता:रक्षा बंधन

रक्षा बंधन का त्यौहार आया है,
बहनें बांध रहीं हैं भाइयों को राखी।
भाइयों की लाडली हैं उनकी सभी बहनें,
प्यार की राह दिखाती हैं सभी बहनें।

अर्थ :- ऊपर दी गयी पंक्तियों के माध्यम से कवि बताते हैं कि भारत में कईं सारे त्यौहार मनाये जाते हैं और रक्षा बंधन भी उन्हीं में से एक हैं और अब वह त्यौहार आ गया है जिसके चलते बहनें अपने सभी भाइयों की कलाई पर राखी बाँधती है, क्योंकि वह सभी बहनें अपने भाइयों की लाडली होती हैं जिससे ऐसा लगता है कि जैसे मानों वह सभी अपने भाइयों को प्यार की राह दिखा रही हों अर्थात इस त्यौहार के चलते भाई-बहन का रिश्ता ओर भी गहरा हो जाता है।   

रक्षा बंधन के दिन, राखी के बदले, 
भाई ले आता हैं बहनों के लिए उपहार।
जैसे-चॉकलेट, सोने की हार,कपड़े आदि, 
ये देकर वो करता हैं अपनी बहनों को प्यार।

अर्थ :- आगे कवि बताते हैं कि जब बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती है तो बदले में उन्हें देने के लिए भाई उनके लिए उपहार स्वरुप भेट के रूप में चॉकलेट, सोने का हार, उनके लिए कपड़े आदि ले आते हैं जिससे बहनें भी उन्हें पाकर खुश हो जाती है क्योंकि एक तरह से अगर देखा जाये तो यह त्यौहार भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करने के लिए ही बना है।    

आज रक्षा बंधन का त्योहार हैं,
भाई-बहन के लिए प्यार और खुशियों की बौछार हैं।
बहनें बांधती हैं अपने भाइयों की कलाई पर राखी,
भाई खुश होते हैं और बदले में मुस्काते हुए करते हैं "जेब" ढीली।

अर्थ :- आगे रक्षा बंधन के दिन को सम्बोधित करते हुए कवि कहते हैं कि आज ही वह दिन है जब रक्षा बंधन का त्यौहार आता है और यही वह दिन है जो भाई-बहन के जीवन में प्यार और खुशियों की बौछार कर देता है क्योंकि इस दिन जब बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती हैं तो बदले में भाइयों को उन्हें उपहार के रूप में कुछ पैसे देने पड़ते हैं ताकि बहनों की ख़ुशी बरक़रार रहें। 

Raksha bandhan पर मजेदार सी कविता
Raksha Bandhan पर मजेदार सी कविता 

रक्षा बंधन का त्यौहार आया है खुशियों की बौछार होगी,
मिठाई और उपहारों की बरसात होगी।
भाई बहन का प्यार बढ़ेगा व रिश्ता मजबूत होगा,
जिससे खुशी और गीतों की एक साथ बरसात होगी।

अर्थ :- अंतिम पंक्तियों में कवि बताते हैं कि अब रक्षा बंधन का त्यौहार आया है और अब घरों में खूब सारी मिठाइयाँ और उपहार आयेंगे जिन्हें देखकर कभी-कभी तो ऐसा लगता है जैसे मानों कि इनकी बरसात सी हो गई हो, अंत में कवि कहते हैं कि यह त्यौहार भाई-बहन के प्यार और रिश्ते को मजबूत करने के लिए तथा उनके जीवन में खुशियाँ भरने के लिए ही आता है।  

निष्कर्ष
रक्षा बंधन का त्यौहार एक ऐसा उत्सव है जो भाई-बहन के रिश्ते को मजबूती और प्यार से जोड़ने का कार्य करता है। यह त्योहार भाई-बहन के जीवन में हँसी, प्यार और आनंद लाने के लिए ही आता है जिसे हमेशा दोनों ( भाई-बहन ) के द्वारा याद रखा जाता है। इसलिए इस ख़ुशी को ओर अधिक बढ़ाने के लिए हमने इस Blog के माध्यम से कविता प्रस्तुत की, ताकि इसे पढ़कर आपका मन और अधिक खुशियों से भर जाये।  

Note - राखी के इस दिन को लेकर अकसर लोगों द्वारा कुछ न कुछ सवाल पूछे जाते हैं जिनका जवाब भी हम इसिन Blog Post में देने का प्रयास करेंगे -

प्रश्न-1 रक्षा बंधन कब मनाया जाता है?

उत्तर - रक्षा बंधन का यह त्योहार भारत में साल में एक बार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो कि लगभग हर साल अगस्त के महीनें में आती है। 

प्रश्न-2. रक्षा बंधन का क्या महत्व है?

उत्तर - रक्षा बंधन का महत्व अर्थात इसे मनाने का मतलब हैं भाई-बहन के प्यार और रिश्ते को मजबूत बनाना। क्योंकि यह त्योहार उनके बीच एक खास बंधन और विश्वास को दर्शाता है तथा इस दिन जब बहने अपने भाइयों को राखी बांधती हैं तो वह उनसे यही आशा रखती हैं कि यदि भविष्य में उनके ऊपर कभी कोई मुशीबत आती है तो उनके भाई हमेशा उस संकट की परिस्थिति में उनके साथ खड़े रहें। 

प्रश्न-3. रक्षा बंधन का इतिहास क्या है?

उत्तर- रक्षा बंधन का इतिहास पौराणिक कथाओं में मिलता है। कहा जाता है कि जब मध्यकालीन युग में राजपूत और मुस्लिमों के बीच भयंकर युद्ध चल रहा था तब गुजरात के एक सुल्तान बहादुर शाह ने चित्तोड़ की रानी कर्णावती के किले पर आक्रमण कर दिया था। तो उस समय अपनी और अपनी प्रजा की सुरक्षा ले किये रानी कर्णावती ने हुमायु से राखी भेजकर उस राजा के अत्याचार से उनकी मदद करने के लिए  उनसे प्रार्थना की, क्योंकि उस समय वह विधवा थी, बाद में हुमायु ने उनकी राखी का सम्मान रखते हुए उन्हें बहन मानकर उनकी और उनकी प्रजा की उस दुराचारी राजा से सुरक्षा की। तभी से इस त्यौहार को बहनें अपनी सुरक्षा के प्रतीक के रूप में मनाती हैं।   

प्रश्न-4. रक्षा बंधन के उपहार क्या-क्या हो सकते हैं?

उत्तर- रक्षा बंधन के दिन उपहार के रूप में चॉकलेट, मिठाई, सोने-चाँदी के आभूषण जैसे -गहने, अँगूठी, पायल तथा वस्त्र और आकर्षक उपहार आदि आते हैं। इसके अलावा, आजकल तो विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन और ऑफलाइन दुकानों से भी विशेष प्रकार की राखियाँ भेंट की जाती है। 

प्रश्न-5. रक्षा बंधन क्यों मनाया जाता है?

उत्तर- रक्षा बंधन का उद्देश्य भाई-बहन के इस अटूट रिश्ते को मजबूत करना और उनके बीच एक सुरक्षा तथा सम्मान का रिश्ता कायम करने से है। इस पर्व के माध्यम से भाई अपनी बहन के लिए संकल्प लेते हैं कि वे हमेशा सुख और दुःख की परिस्थिति में अपनी बहनों के साथ खड़े रहेंगे और हमेशा उनकी सुरक्षा करेंगे।

अंत में हम आप सभी को कहना चाहेंगे कि आप सभी इस पावन अवसर को पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाये और अपनी की हर ख़ुशी को पूरा करें तथा संकट में हमेशा उनके साथ डटकर खड़े रहें। 

धन्यवाद। 

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