Importance of Rain in Hindi : बारिश का महत्व
Introduction : -
इस दुनिया में बारिश एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक प्रक्रिया है जो हमारे ग्रह पर जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। हिंदी भाषा में इसे "वर्षा" भी कहते हैं। बारिश हर जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और बारिश सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय कारणों के साथ-साथ अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस Hindi blog में हम वर्षा के महत्व पर विस्तार से चर्चा करेंगे और इसके प्रभावों को विस्तार से समझेंगे।
Rain or Rainy season | Season of mansoon ( बारिश का मौसम )
बारिश का मौसम प्रकृति में जीवन निर्धारित करता है इसलिए हमें बारिश के मोसम का सम्मान करना चाहिए, और हमें वर्षा जल को बचाने के लिए वर्षा जल संचयन पद्धति ( Rain water harvesting ) को अपनाना चाहिए।
Maansoon Season |
Rain water harvesting ( बारिश के पानी का संग्रहण )
जल ही जीवन है जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कि जा सकती। पृथ्वी के एक क्षेत्र में सूखे जैसी स्थिति होती है तो दुसरी ओर बाढ़। पृथ्वी पर 97% पानी खारे पानी के रूप में available है जिसे हम पीने के लिए उपयोग में नहीं ले सकते, 2% पानी पृथ्वी पर बर्फ के रूप में पहाड़ियों पर जमा हुआ है,अतः 1% पानी ही पीने योग्य है और हम कईं बार अपने नीजी कार्यों में पानी का दुरूपयोग करते हैं,अर्थात व्यर्थ में ही पानी बहाते हैं। हमें पानी को waist करने के बजाय उसको इकट्ठा करना होगा। हम कईं तरीकों से rain water को इकट्ठा कर सकते हैं जिनमें से एक महत्वपूर्ण तरीका Rain Water Harvesting भी है जिसे हिंदी भाषा में
वर्षा जल संचयन के नाम से जाना जाता है वर्षा जल संचयन एक महत्वपूर्ण तकनीक है जो पृथ्वी पर जल संसाधनों की सुरक्षा करने में मदद करती है। यह एक प्रकार का प्राकृतिक संचयन प्रणाली है जिसमें वर्षा के समय बारिश के पानी को इकट्ठा किया जाता है और उसे बाद में उपयोग के लिए संग्रहीत किया जाता है। वर्षा जल संचयन के भी विभिन्न प्रकार होते हैं जो निम्नानुसार हैं:
1. सतह जल संग्रहण प्रणाली ( Surface water harvesting collection system )
वर्षा होने के बाद यह जल गन्दे पानी के रूप में नालों में या गड्ढो में जाकर जम जाता है और फिर वहाँ गन्दगी तथा कईं तरह की बिमारियाँ पैदा हो जाती है। इस वर्षा के पानी को नालियों,गड्ढो में जाने से रोका जा सकता है सतह जल संग्रह प्रणाली में बारिश के पानी को जमीन की सतह से बड़े-बड़े पाईपों के द्वारा किसी टंकी,कुएँ अथवा डैम में पहुँचाकर इसे एकत्रित/store करके रख लिया जाता है बाद में इस पानी का उपयोग सिंचाई कार्य या अन्य किसी कार्य के लिए किया जाता है।
2. छत प्रणाली ( Rooftop system )
यह सबसे सामान्य और प्रभावी वर्षा जल संचयन का एक तरीका है। इस तरीके द्वारा हमारे घरों की छतों ( roof ) पर गिरने वाले बर्षात के पानी को एकत्रित/store किया जाता है। इस प्रणाली में हम छत के निचले हिस्से में एक खास तरह का गड्ढा या टैंक बनाते हैं, और इस छत के outlats पर जाली लगा दें तथा दुसरी तरफ सही size के अनुसार pipe लगा दें जो बारिश के पानी को सीधे filtre में ले जाते हैं और filtre इस पानी को साफ करता है फिर साफ होने के बाद इस पानी को tank में स्टोर कर लिया जाता है बाद में इस पानी को नलों द्वारा घरों तक पहुंचा दिया जाता है जिससे इसका उपयोग अपने नीजी कार्यों, पीने योग्य पानी के रूप में भी किया जा सकता है। इस तरह की संचयन प्रणाली का घरेलू इस्तेमाल के लिए भी उपयोग किया जाता है, जैसे कि गेहूं की सिंचाई करने या वाहनों को धोने के लिए इस पानी को उपयोग में लेना।
3. बांध ( Dam )
बर्षात के पानी को बांध/dam प्रणाली द्वारा बड़े पैमाने पर एकत्रित किया जाता है इस प्रणाली में उस जगह पर जहाँ से बहुत मात्रा में barish का जल बहकर निकलता है वहाँ पर बड़े-बड़े बांध बना दिए जाते हैं ताकि उस पानी को रोका जा सके। जिससे उस पानी का उपयोग गर्मी के महिनों में,कृषि कार्यों में,बिजली उत्पादन में या अन्य कार्यों में किया जाता है तथा इस जल को साफ करके इसका उपयोग घरेलु या नीजी काम के लिए भी किया जाता है। जल संरक्षण प्रणालियों में यह प्रणाली सबसे अच्छी साबित हुयी है क्योंकि इसमें काफी मात्रा में जल को संग्रहित किया जाता है जिससे जल की कमी की समस्या कुछ हद तक कम हो जाती है।
4. जलाशयों द्वारा जल संग्रहण ( Water storage by reservoirs )
इस प्रणाली के अंतर्गत बारिश के पानी को कुओं,नहरों या तालाब बनाकर एकत्रित कर लिया जाता है। जमा किये हुए जल का उपयोग कृषि कार्य या अन्य कार्यों को पूरा करने के लिए किया जाता है। यह काफी पुरानी तकनीक है जिसके माध्यम से किसान अपने खेतों को पानी दे पाता है।
5. भूमिगत टैंक ( Under ground tank )
इस प्रक्रिया के अन्तर्गत बर्षात के जल को underground tank में सुरक्षित रखा जाता है इस प्रक्रिया में सबसे पहले भूमि के अंदर बड़े-बड़े tank बना दिए जाते हैं फिर पाइपों के माध्यम से बारिश के पानी को टैंक में भेज दिया जाता है। जिससे underground tank होने के कारण यह पानी सूर्य तक भाप बनकर नहीं उड़ पाता है यह पानी साल भर तक सुरक्षित रहता है तथा हम विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए इस जल का उपयोग कर सकते हैं।
Rain water harvesting |
Rainbow ( इन्द्रधनुष )
बर्षात के समय हमें कभी-कभी आकाश में सूर्य के विपरीत दिशा में एक धनुष जैसी आकृति बनती हुई दिखाई देती है। जिसे इंद्रधनुष कहा जाता है, इंद्रधनुष में सात रंग होते हैं जैसे बैंगनी, गहरा नीला, हरा, पीला, नारंगी और लाल। यह ज्यादातर झरनों के पास और भूमध्य रेखा के पास के क्षेत्रों में देखा जाता है। जब बारिश के मौसम में सूर्य का प्रकाश एक साथ लाखों, करोड़ों बूंदों से अपवर्तित और परावर्तित होता है तो पानी की वह बूंदें प्रिज्म का कार्य करती है जिसके कारण हमें सूर्य के यह सात रंग खुले आसमान में धनुष के आकार में बनते हुए दिखाई देते हैं जिसे इंद्रधनुष कहा जाता है।
दरअसल यह सात रंग सूर्य में ही होते हैं परन्तु यह हमें आँखों से दिखाई नहीं देते इन्हें प्रिज्म से देखने पर ही यह दिखाई देते हैं। चाँद की रोशनी से बनने वाले इंद्रधनुष को मोनबो कहा जाता है,कोहरे से बनने वाले rainbow को फोगलो कहा जाता है। कभी-कभी एक साथ दो या तीन इंद्रधनुष भी बनते हैं यह तब होता है जब सूर्य का प्रकाश बारिश की बूंदों के अंदर एक से ज्यादा बार टकराता है। अगर एक साथ दो इंद्रधनुष बनते हैं तो दूसरे इंद्रधनुष का रंग विपरीत क्रम में होगा। जब सूर्य ऊँचाई पर होगा तो हमें इंद्रधनुष नीचे दिखाई देगा तथा जब सूर्य नीचे होगा तो इन्द्रधनुष ऊपर दिखाई देगा।
Rainbow |
How to come rain-The art of ricing rain ( बारिश कैसे होती है )
हमारी पृथ्वी का लगभग 70% हिस्सा समुद्र से ढका हुआ है लेकिन समुद्र का यह पानी पिने योग्य नहीं है क्योंकि उसमें नमक/खारापन बहुत ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। जब समुद्र के पानी अथवा किसी नदी या तालाबों के पानी पर सूर्य की किरणें पड़ती है तो वह पानी गर्म होने लगता है और गर्म होने के कारण भाप बनकर ऊपर आसमान की तरफ उड़ने लगता है जैसे-जैसे भाप ऊपर उड़ती है तो यह ठण्डी होती जाती है और ठंडी होते समय जलवाष्प अत्यन्त सूक्ष्म कणों के रूप में धूल,धुआँ और वातावरण में मौजुद कणों के ऊपर संगठित हो जाती है तथा छोटी-छोटी सूक्ष्म बूंदे बना लेती है यह प्रक्रिया संघनन कहलाती है और इस प्रक्रिया के पश्चात् यह छोटी-छोटी जलवाष्प की बूंदें बड़ी बूंदों का निर्माण कर लेती है और फिर यह बूंदें बादलों का निर्माण करती है और जब बादलों में पानी की मात्रा बढ़ जाती है तो यह पानी अपने वजन के कारण बारिश के रूप में धरती पर बरसने लगता है। जिसे सामान्य तौर पर कहा जाता है कि बारिश हो रही है।
Some points about rain water ( वर्षा के लिए कुछ शब्द )
1. Rain water conduct electricity ( बारिश के पानी से बिजली बनायी जा सकती है )
2. बर्षात के समय wifi या internet speed slow हो जाती है क्योंकि हमारे phone में signal रेडियो तरंगों/radio waves के माध्यम से आते हैं और यदि radio waves के बीच में हवा में नमी आ जाए या पानी आ जाए तो उस स्थिति में रेडियो तरंगो को आगे बढ़ने में कठिनाई आ जाती है जिसके कारण यह तरंगे हमारे phone/wifi अथवा किसी अन्य उपकरण में network के रूप में ठीक तरह से signal नहीं दे पाती।जिसके फलस्वरूप network/wifi speed slow हो जाती है।
3. बारिश के पानी को साफ करके पिया जा सकता है पानी को साफ करने के लिए हम किसी R.O या water purifying machine का उपयोग कर सकते हैं।
4. भारत की मुख्य 10 जगह जहाँ पर बारिश भारी मात्रा में होती है ( Indias top 10 place where rain come heavily )
(a). Mumbai ( Maharashtra )
(b). Machilipatnam ( Andhra pradesh )
(c). Golpara ( Assam )
(d). Kolhapur ( Maharashtra )
(e). Cherrapunji ( Meghalaya )
(f). Long island ( Andaman & nicobar )
(g). Mahabaleshwar ( Maharashtra )
(h). Darjeeling ( West bengal )
(i). Harnai ( Maharashtra )
(j).Belgum ( Karnataka )
5. बारिश हमें सिखाती है ( Rain teaches us ) कि यदि हमें भविष्य में जीवन बचाना है तो हमें वर्षा जल को बचाना होगा,उसे व्यर्थ बहाने के बजाय उसका सदुपयोग करना होगा।
6. बारिश के पानी ( rain water ) में अधिक देर तक भीगने या नहाने के कारण यह हमारे शरीर में बुखार ( fever ) या अन्य कईं बिमारियाँ ला सकती है अतः हमें बर्षात के पानी में अधिक देर तक भीगना नहीं चहिए।
7. वर्षा के कुछ प्रकार भी होते हैं जिन्हें types of rain/rainfall कहा जाता है -
(a). Convectional rainfall ( संवहनीय वर्षा )
(b). Orographic rainfall ( पर्वतीय वर्षा )
(c). Frontal rainfall ( चक्रवातीय/वाताग्रीय वर्षा )
Rain-related Proverbs and poems ( वर्षा से संबंधित कहावतें और कविताएँ )
" "जब बादल गरजें और बरसें,
त लगे जैसे खुदा की धरती खिल उठी हो ।।"
Rain related poem | वर्षा से संबंधित कविता : -
कविता |
सरल रूप |
उतरते भादवा साजना,
बरसण लाग्या मेघ। झरमर झरमर बरखा बरसे,
मींडका लगावे टेर। पेंट भीजे बूसट भीजे, मौसम होयो सुहावणों,
उमस पड़ी फूटा मैहल। धरती न सिंणगार कर्यो,
सांवरिया की होई मेहर। मद मस्त होर मोर नाचे,
घटा छावे घोर घमेर। रिमझिम की झड़ी लागी,
हरियाली छारूं मेर। नंदी नाळा उफणग्या,
बांधां का खुलग्या गेट। सांप गोयरा बारे घूमें,
नेता जी उगले जैहर। माछर मांख्यां बटका भरे,
कादा कीचड़ को ढेर। कोयां क तो आणंद होग्यो,
कोयां न आंख्यां दी नटेर। घणां सताया अब क गरमी न,
उमस भी लागी ऊंकी लेर। पतासा फोड़ पड्यो तावड़ौ,
बरखा न कर्यो हेर फेर। घणीं दुख पाई कंचन काया,
पडौस्यां न खाड़्यो बैर। |
निकलते भाद्रपद में ( अगस्त-सितम्बर का महिना ),
मेघ बरसने लगे हैं। रिमझिम रिमझिम पानी बरसे,
मेंढक टर-टर बोलने लगे। पेंट भीगे शर्ट भीगे,
भीगे पूरा शरीर। मौसम हुआ सुहावना,
उमस चली गयी। धरती करें हरियाली रुपी श्रृंगार,
भगवान श्री कृष्ण की हुई महिमा। झूम झूम कर नाचे मोर,
घटा छावे भयंकर। लगातार बर्षा बरसने लगे,
हरियाली छाये चारों ओर। नदी नाले आने लगे,
बाँधों के गेट गेट खुल गए। सांप गोयरे घुमने लगे बाहर,
नेता जी उगले जहर। मच्छर मक्खियाँ काटने लगी,
कीचड़ का हो गया ढेर। किसी को तो आनंद आ गया,
कोई इन सब के कारण घबरा गया। इस बार गर्मी ने बहुत सताया,
उमस भी लगी उसी के साथ सताने। भयंकर धूप निकलने लगी,
बारिश ने दिया धोखा। बहुत दुःख मिला जीवन में,
पड़ोसियों ने भी निकाला बैर।। |
How to enjoy in rain | Rainy season ?
हम कईं तरह से बारिश के सुहाने मौसम का मजा ले सकते हैं जिसमें से कुछ इस प्रकार से है -
1. Mansoon Photography
बारिश के मौसम में Nature के साथ Photography करके
2. Mansoon Song's
धरती को पल भर में चूमती हैं और हमारे जीवन को भी बहलाती हैं।
ये चमकते हुए बादल, चाँदनी, रिमझिम गीत सुनाते हैं,
ये बारिश की छोटी-छोटी बूँदे हमारे बचपन को, खुशियों से भर जाती हैं।
इन्हीं पानी की बौछारों में, खो जाएँ हमारे ख्वाब सभी,
बरसात की ये बूंदे, जिंदगी को नयी उमंग से भरती हैं।
रिमझिम गिरती ये बूँदे, खेलती हैं और बिखेरती है मिट्टी में रंग-बिरंग,
हमारे तन - मन को भी भिगो देती हैं, आँखों में चमक जगा देती हैं।
जीवन को चांदनी देती, बरसात की ये बूंदे,
खुशियों की धारा लेकर, हर दिल को भर देती है, ये बूँदें ।।